देहरादून। जिलाधिकारी ने समस्त उप जिलाधिकारियों को निर्देशित किया वे अपने-अपने क्षेत्रों के सभी व्यवसायियों को अपनी सामग्री बिक्री हेतु ग्राहकों को ‘‘मास्क नही तो सामान नही’’ जैसे स्लोगन उल्लिखित पोस्टर, बैनर अपने प्रतिष्ठानों पर लगवाये। उन्होंने आईईसी कार्यक्रम के तहत् अपने-अपने क्षेत्रों के शासकीय भवनों, संस्थानों की दीवारों पर कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु उल्लिखित जानकारी वाले होर्डिंग, पोस्टर, बैनर चस्पा कर जनमानस को संक्रमण के प्रति जागरूक करें। साथ ही औद्योगिक क्षेत्रों, सब्जी मण्डियों में आइवरमैक्टिन दवा का निःशुल्क वितरण करवायें। उन्होंने बार्डर क्षेत्र में आवागमन करने वाले यात्रियों हेतु थर्मल स्क्रीनिंग के साथ ही स्वच्छता बनाये रखने हेतु मोबाईल टाॅयलेट लगवाने के निर्देश दिये।
इस दौरान जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को मांग के अनुरूप आईवरमैक्टिन दवा की उपलब्धता के साथ ही मैक्स हाॅस्पिटल से समन्वय कर वहां पर में कोविड-19 बैड बढाने को कहा। इसके अतिरिक्त सेवानिवृत्त चिकित्सकों, जो घर बैठे या कन्ट्रोलरूम से होम आईसोलेशन व्यक्तियों को चिकित्सकीय परामर्श दे सकें, की सेवायें लेने हेतु समाचार पत्रों के माध्यम से प्रचारित करायें। उन्होंने ऋषिकेश, डोईवाला में सरकारी दरों पर एन्टीजन टेस्ट करवाये जाने हेतु निजी क्षेत्र के चिकित्सकों से आवश्यक विचार-विमर्श करने को कहा। उन्होंने शहरी क्षेत्रों के दोनों बूथों तीलू रौतेली एवं एनएसटीआई में प्रातः 07 बजे से सांय 7 बजे तक सैम्पलिंग कराये जाने हेतु लैब टैक्निशियन की शिफ्टवार डयूटी पर रखने के भी निर्देश दिये। जिलाधिकारी द्वारा दिये गये निर्देशों के अनुपालन में अपर जिलाधिकारी प्रशासन द्वारा आशारोड़ी चैकपोस्ट पर अन्य राज्यों एवं जनपदों से आने आने वाले व्यक्तियों की थर्मल स्क्रीनिंग एवं संक्रमण से सुरक्षा के दृष्टिगत अपनाई जा रही गतिविधियों का भी जायजा लिया।