देहरादून। इंडियन फारमर्स फर्टिलाइजर कोआपरेटिव लिमिटेड (इफको) नई दिल्ली वित्त पोषित परियोजना के तहत उच्च तेल के विकास के लिए अजादिराचट्टा इंडिका (नीम) के आनुवंशिक सुधार और अजादिराच्च्तीन किस्मों की निगरानी और समन्वय बैठक का आयोजन वन अनुसंधान संस्थान देहरादून में किया गया है। डॉ यू एस अवस्थी, प्रबंध निदेशक, इफको के साथ आर पी सिंह, निदेशक (मानव संसाधन), योगेन्द्र कुमार, निदेशक (विपणन) और प्रमोद के सिंह, निदेशक, इफको ने बैठक में भाग लिया तथा ए.एस. रावत निदेशक, वन अनुसंधान संस्थान के साथ-साथ एफआरआई के वैज्ञानिकों की टीम के बातचीत की। बैठक के दौरान, एमडी ने इस बात पर जोर दिया कि बड़े पैमाने पर तैनाती के लिए नीम किस्मों के अनुकूल विशेषताएं हैं जिन्हें विभिन्न प्रकार की रिलीजिंग समिति के लिए प्रस्तावित किया जाएगा। निदेशक, एफआरआई तथा डॉ अशोक कुमार के नेतृत्व में परियोजना से जुड़े वैज्ञानिकों ने आश्वासन दिया कि ऐसी किस्मों को जारी करने का प्रस्ताव है, जिनमें बीज की पैदावार और तेल सामग्री कम अवधि के साथ होती है, इस पर सहमति होगी और तदनुसार प्रस्ताव जुलाई 2020 तक सदस्य सचिव, वैराइटी जारी करने वाली समिति को भेजा जाएगा। बैठक के दौरान, डॉ रमा कांत, डॉ अजय ठाकुर और डॉ वाई सी त्रिपाठी सहित वैज्ञानिकों ने भी अपने उपयोगी हस्तक्षेप किए और निश्चित समय के भीतर किस्मों को जारी करने के लिए संयुक्त रूप से काम करने के लिए आश्वस्त किया। बैठक में ए रहमान, नीरज कुमार और प्रशांत कुमार के साथ स्टेट मार्केटिंग मैनेजर इफको-देहरादून, डा. डीएचएस बिष्ट भी उपस्थित थे।