हरिद्वार। फुटपाथ के रेडी पटरी (स्ट्रीट वेंडर्स) लघु व्यापारियों के सामूहिक संगठन लघु व्यापार एसोसिएशन के बैनर तले नगर निगम क्षेत्र के सभी लघु व्यापारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने रेलवे रोड स्थित कार्यालय पर लघु व्यापार चैपाल का आयोजन किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता लघु व्यापार एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने की, संचालन जिला अध्यक्ष भूपेंद्र राजपूत ने किया ।
लघु व्यापार चैपाल में रेडी पटरी के लघु व्यापारियों ने नगर निगम प्रशासन पर नगरीय फेरी नीति नियमावली की उपेक्षा का आरोप लगाया लघु व्यापारियों ने मांग को दोहराते हुए यह मांग की आने वाले कांवड़ मेले को दृष्टिगत रख नगर निगम प्रशासन द्वारा राज्य फेरी नीति नियमावली के संरक्षण में नगर निगम प्रशासन द्वारा सभी रेड़ी पटरी के लघु व्यापारियों को परिचय पत्र व लाइसेंस मुहिया कराए जाएं।
इस अवसर पर लघु व्यापार चैपाल को संबोधित करते हुए प्रांतीय अध्यक्ष संजय चोपड़ा ने कहा हरिद्वार नगर निगम प्रशासन की हीला-हवाली के चलते रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को नहीं मिल पा रहा है। राष्ट्रीय पथ विक्रेता संरक्षण अधिनियम, राज्य फेरी नीति नियमावली का लभ जबकि फेरी समिति की बैठकों में लघु व्यापारी संगठनों के सहमति के साथ पूर्व में तय किया गया था। हरिद्वार में आए दिन लक्की मेले कांवड़ मेले जैसे भव्य आयोजन को दृष्टिगत रख रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को सार्वजनिक स्थलो जैसे कि रेलवे स्टेशन, बस अड्डा, हर की पौड़ी इत्यादि क्षेत्रों के 100 मीटर की दूरी पर गुमटियां निर्माण कराकर वेंडिंग जोन के रूप में स्थापित किया जाएगा। लेकिन नगर निगम प्रशासन की लापरवाही व उदारता के चलते रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को नगरीय फेरी नीति नियमावली का संरक्षण नही मिल पा रहा है जोकि न्याय संगत नहीं है। उन्होंने कहा यदि नगर निगम प्रशासन द्वारा कांवड़ मेले को दृष्टिगत रख फेरी समिति की बैठक तत्काल बुलाकर सर्वे के आधार पर कांवड़ मेले से पहले रेडी पटरी के लघु व्यापारियों को परिचय पत्र व लाइसेंस मुहिया कराई जाए ताकि राज्य सरकार के संरक्षण में हरिद्वार में लघु व्यापारियों को व्यवस्थित किया जा सके। लघु व्यापारी चैपाल में महेंद्र सैनी, हरपाल सिंह, धर्मपाल कश्यप, जय भगवान, बीपी गौतम, मोहनलाल, बालकिशन कश्यप, श्याम जीत, वीरेंद्र कुमार, राजकुमार कश्यप, ओम प्रकाश भाटिया, मनीष शर्मा, प्रमोद जाटव, ओमप्रकाश कालियान, सुमन गुप्ता, आशा देवी, पुष्पा दास, सुमित्रा, संगीता देवी आदि ने अपने विचार व्यक्त किए।
